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Sunday, 5 April 2015

प्राथमिक शिक्षकों के साढ़े चार लाख पद खाली

आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा इकाई द्वारा अपनी मांग समस्त बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति-समायोजन सहायक अध्यापक पद पर करने को लेकर मेहता पार्क में रविवार को बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हु कोषाध्यक्ष उमेश वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा में अध्यापकों की भारी कमी है। यहां प्राथमिक शिक्षकों के लगभग साढ़े चार लाख पद खाली है।

इसको सरकार ने ही सदन में स्वीकार किया है। टीईटी 2011 में ही उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारियों के लिए प्राथमिक शिक्षा में टीईटी देने की छूट थी। उसके बाद बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक शिक्षा के लिए टीईटी नहीं आयोजित की गई। इसमें लगभग दो लाख 91 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए लेकिन आज तक सभी टीईटी पास भाइयों का समायोजन नहीं हुआ। जबकि राज्य सरकार के पास जितने बीएड अभ्यर्थी टीईटी पास हैं उससे ज्यादा पद खाली है।

नगीना ¨सह ने कहा कि प्रदेश के नवनिहालों का भविष्य उज्ज्वल करने के लिए मुख्यमंत्री को प्राथमिक शिक्षा में योग्य बीएड टीईटी शिक्षकों की नियुक्ति करके प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को सुधार करना चाहिए।

बच्चे देश के भविष्य हैं जब यही शिक्षित नहीं होंगे तो देश कैसे तरक्की करेगा। आशी राम ने कहा कि सभी बीएड टीईटी उत्तीर्ण भाई-बहनों को 21 व 22 अप्रैल को उच्चतम न्यायालय की सुनवाई के लिए बढ़-चढ़ कर शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहिए।

हम सब मिलकर बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के समायोजन के लिए अच्छे अधिवक्ता खड़ा कर सके।

बैठक में पंकज कुमार, अवधनाथ ¨सह, रमेश कुमार ¨सह, पंकज यादव, सुनील कुमार यादव, राजेंद्र यादव, पवनसुत राय, कृष्ण मुरारी मौर्य, देवेन्द्र नाथ यादव आदि उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता अशोक कुमार शर्मा व संचालन पंकज कुमार ने किया

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