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Friday, 26 May 2017
Basic Shiksha बेसिक शिक्षा की गंभीर स्थिति पर हाईकोर्ट संजीदा
पंचायत राज विभाग के सफाई कर्मचारी करेंगे स्कूल साफ, शिक्षकों पर सफाई की बाध्यता नहीं
बच्चों को स्वस्थ्य व स्वच्छ माहौल में शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिलेगा। पूर्व में कई बार निरीक्षण के दौरान स्कूल में गंदगी मिलने पर शिक्षकों पर कार्रवाई की गई। इस पर शिक्षकों ने सफाईकर्मी के न आने का हवाला देते हुए कार्रवाई का विरोध किया था। इसके साथ ही शिक्षक भी सप्ताह में हर शनिवार को सफाई की स्वैच्छिक जिम्मेदारी ले सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि भारत सरकार के अभियान के तहत शिक्षकों ने भी सफाई की शपथ ली है। जिले के करीब 2509 स्कूलों में लगभग 7751 शिक्षक-शिक्षिकाएं पढ़ाते हैं। इसमें 1774 प्राइमरी व 735 जूनियर हाईस्कूल हैं। अगर सप्ताह में एक दिन भी शिक्षक इस काम में जुट जाएं तो सरकारी स्कूलों की दशा सुधर सकती है।
सरकारी स्कूलों में पंचायत राज विभाग के सफाईकर्मी सफाई करेंगे, यह तय हो गया है। शिक्षकों पर बाध्यता नहीं है। शपथ लेने वाले शिक्षक एक दिन सफाई में श्रमदान कर सकते हैं।
गिरजेश चौधरी, एडी बेसिक
यूपी: प्राइमरी-जूनियर के टीचरों के लिए खुशखबरी, जानें क्या
केंद्र सरकार की ओर से सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 दिसंबर 2016 को अपने कर्मचारियों को इसका लाभ देने का शासनादेश जारी किया। सातवें वेतन आयोग का लाभ एक जनवरी 2016 से मिलना है। लिहाजा जनवरी से दिसंबर 2016 तक के एरियर का भुगतान दो किस्तों में वित्तीय वर्ष 2017-18 और 2018-19 में करने की व्यवस्था की गई थी।
हालांकि आयोग की संस्तुतियों के अनुसार संशोधित वेतन की गणना के लिए साफ्टवेयर तैयार होने में देरी के कारण शिक्षकों को बढ़ा वेतन पाने में जनवरी से मार्च तक तीन महीने और इंतजार करना पड़ गया। सूत्रों के अनुसार, इस तीन महीने का एरियर बजट की उपलब्धता के अनुसार मिलेगा। वित्त नियंत्रक (बेसिक) मणिशंकर पांडेय ने बताया कि सातवें वेतन आयोग के अनुसार भुगतान के लिए जिलों में फीडिंग का काम शुरू हो गया है।
इनका कहना है, इलाहाबाद जिले के तकरीबन 13.5 हजार परिषदीय शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन देने के लिए कम्प्यूटर में फीडिंग और फिक्सेशन काम चल रहा है। इस महीने के अंत तक शिक्षकों के खाते में बढ़ी हुई तनख्वाह पहुंच जाएगी। विमलेश यादव, वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग।
यूपी: प्राइमरी-जूनियर के टीचरों के लिए खुशखबरी, जानें क्या
Primary Ka Master अब प्राइमरी शिक्षकों को रखना होगा आईकार्ड, शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए पहचान पत्र रखना होगा अनिवार्य
Primary Ka Master कोड से होगी परिषदीय शिक्षकों की पहचान
Basic Shiksa Parisad बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की बैठक सम्पन्न, मीटिंग में परिषद और शासन की महत्वपूर्ण 12 निर्णय पर बनी सहमति, जाने किसपे बनी सहमति
सातवां वेतन आयोग का जून में मिलेगा बढ़ा हुआ भत्ता
बढ़ें हुए भत्ते कब से मिलने शुरू होंगे इस पर वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के अनुसार, जून में सरकारी कर्मचारियों को बढ़े हुए भत्तों पर फैसला हो जाएगा आैर उनको जून से बढ़े हुए भत्ते मिलने शुरू हो सकते हैं। वहीं अगर एरियर की बात की जाए तो यह फैसला कैबिनेट में लिया जाएगा कि एरियर एक साथ दें या किश्तों में।
भत्ताें पर गठित अशोक लवासा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को अप्रैल के अंत में सौंप दी थी। सूत्रों के अनुसार, कमेटी ने रिपोर्ट में हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) को 28, 18 आैर 10 फीसदी रखने की सिफारिश की है, मगर रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मौजूदा एचआर की दरें भी तर्कसंगत हैं। अगर सरकार चाहे तो इन पर गौर किया जा सकता है। इसके अलावा लवासा कमेटी ने 196 भत्तों में से 52 को पूरी तरह समाप्त करने और 36 भत्तों को अन्य बड़े भत्तों में समाहित करने के सुझाव का समर्थन किया है।
एचआरए बेसिक सैलरी के आधार पर मिलता है। गौरतलब है कि 7वें वेतन आयोग ने अपनी रिपोर्ट में क्लास X शहर के लिए 24 फीसदी, क्लास Y के लिए 16 आैर क्लास Z के लिए 8 फीसदी एचआर देने की सिफारिश की थी। इसका केंद्रीय कर्मचारियों ने जोरदार विरोध किया था, तब सरकार ने लवाला कमिटी का गठन किया था। इस कमेटी को अक्टूबर 2016 में अपनी रिपोर्ट देनी थी। मगर उसने अप्रैल 2017 के अंत में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी।
Tuesday, 23 May 2017
माध्यमिक शिक्षकों का तबादला आदेश जल्द,अब राजकीय व अशासकीय शिक्षकों को ऑनलाइन करना होगा आवेदन
मिलेगा।
प्रदेश का अशासकीय माध्यमिक विद्यालय हो या राजकीय हाईस्कूल व इंटर कालेज वहां के शिक्षकों को तबादला कराने के लिए तरह-तरह के जतन करने पड़ते
नई पेंशन और बेसिक में कटौती: नयी पेंशन नीति एक धोखा है इसे लेने से पहले एक उदाहरण देखे फिर सोचे क्या नयी पेंशन लेना सही होगा या नही
मित्रों जैसा आप सब को पता है कि पुरानी पेंशन की लड़ाई विभिन्न संगठनों द्वारा जोर शोर से चल रही है जिसमे छोटा सा योगदान मैं भी दे रहा हूँ। जीत निश्चित है बस आप को धैर्य रखना होगा तथा सहयोग देना होगा ताकि जो लड़ रहे है उनका मनोबल मजबूत रहे. आज जब मामला कोर्ट में है तो भी सरकार कुछ भी नही बोल रही क्योकि उसके पास बोलने को कुछ है ही नही अगर बोलेगी तो सालो से बोला जा रहा झूट पकड़ा जायेगा।पूरा चुनाव बीत गया पर किसी भी राजनितिक पार्टी ने लाखों लोगो के इस संवेदनशील मुद्दे को अपने चुनावी मुद्दे में शामिल नही किया जो की सोचनीय है इसका एक कारण जो मुझे समझ में आया वो ये है कि हम ये साबित नही कर पाए की पेंशन का मामला हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम उसे ही वोट करेंगे जो इसको लागु करने की बात करेगा।
सरकार ने अपनी गलत नई पेंशन नीति कई विभागों में लागू कर रखी है और इसकी कटौती सुरु है अगर जिस दिन ये गलत कटौती सुरु की गयी थी उसी दिन हर व्यक्ति इसे लेने से इंकार कर देता और कोई कटौती न करवाता तो ये नयी पेंशन लागु ही न हो पाती। हमारे साथी गलत का
UPTET उत्तर प्रदेश के 99 हजार शिक्षकों की टेंशन हो गई खत्म, सुप्रीम कोर्ट से आई बड़ी खुशखबरी
सोमवार को एनसीटीई ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामें में कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धारा-23 (1) को ध्यान में रखते हुए उसने 23 अगस्त 2010 को अधिसूचना
आखिरकार वेतन के लिए शिक्षकों को क्यों हर माह करना पड़ता है आंदोलन
Big Breaking News : सुप्रीम कोर्ट द्वारा "खतरनाक" शब्द का प्रयोग- किस ओर करता है इशारा
तो तय मानिये यह खतरनाक ही है 72825 के दृष्टिकोण से । कारण जज का सोचना है कि यदि टेट एक पात्रता है तो 72825 भर्ती जो कि टेट पर हुयी अवैध है (कारण NCTE गाइडलाइन का पालना न होना) और उसके स्थान पर 72825 अकादमिक विज्ञापन बहाल करना होगा तो इस स्थिति वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुयी टेट भर्ती को साइडलाइन करना एक बङी चुनौती होगी ।
Friday, 19 May 2017
अखिलेश बोले, अगर 15 लाख अकाउंट में आ सकते हैं तो चांद पर दे सकते हैं लोहिया आवास
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लखनऊ के विधानमंडल में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपना पक्ष रखा। उन्होंने भाजपा की सरकार पर करारे हमले किए और तंज कसे। अखिलेश ने कहा कि हमने एक व्यक्ति से कहा कि अगर फिर से सपा सरकार आई तो हम चांद पर लोहिया आवास देंगे। उसने कहा, ऐसा कैसे होगा? मैंने जवाब दिया कि जब भाजपा के लोग अकाउंट में 15 लाख रुपये दे सकते हैं तो हम चांद पर लोहिया आवास क्यों नहीं दे सकते।
अखिलेश ने अपने भाषण में सरकार से सवाल किया कि हमने लखनऊ मेट्रो बनवाई। अब तक इसमें क्या किया गया है, अब तक मेट्रो क्यों नहीं चली। इस पर नेता सदन जवाब दीजिए। अखिलेश ने कहा कि हमने सैफई बनाई अब भाजपा के लोग 325 सैफई बनाएं। (यूपी विधानसभा में भाजपा व भाजपा समर्थक विधायकों की संख्या 325 है।)
अखिलेश ने कहा कि न जाने हम पर कानून-व्यवस्था को लेकर क्यों सवाल उठाए जाते हैं। जबकि इस मोर्चे पर ये सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। मथुरा, वाराणसी व बुलंदशहर की घटना ने कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। अखिलेश ने कहा कि आप गाय बचाना नहीं चाहते हैं बल्कि समाज में नफरत की दीवारें बनाना चाहते हैं। आप समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। जो जहर आपने घोला है, उससे नुकसान आपको भी होगा।
मौलाना का ऐलान, कुलभूषण के जूते नवाज शरीफ को पहनाओ और 20 लाख ले जाओ
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान द्वारा फांसी की सजा दिए जाने के खिलाफ पूरा देश एकजुट हो गया है। एक तरफ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की अपील पर पाकिस्तान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अदालत में ड्राफ्टिंग के लिए मदद की, तो दूसरी तरफ आम जनमानस में भी पाकिस्तान के खिलाफ रोष है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल के रहने वाले मौलाना आतिफ कादरी ने ऐलान किया है कि जो व्यक्ति पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के गले में कुलभूषण जाधव के जूते की माला पहनाकर पूरे भारत में घुमाएगा, उसे वो 20 लाख रुपए बतौर इनाम में देंगे।
मौलाना कादरी ने जाधव को फांसी देने पर गुस्सा जताते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति कुलभूषण जाधव जी के जूते को नवाज के गले में बांधकर उसे पूरे भारत में घुमाएगा, मैं उसे 20 लाख रुपए ईनाम के तौर पर दूंगा।
यूपी में प्रशासनिक फेरबदल जारी, फिर हुए 74 IAS अफसरों के तबादले
यूपी में प्रशासनिक फेरबदल जारी है। शुक्रवार शाम को योगी सरकार ने एक बार फिर बड़ी संख्या में तबादले किए। दो दिन पहले 67 आईपीएस अफसरों के तबादले के बाद सरकार ने शुक्रवार को 74 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए।
गौरतलब है कि पिछले दो महीने के सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की निंदा होती रही है, जिसे सुधारने के लिए सरकार एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। अभी हाल ही में पहले सहारनपुर हिंसा और फिर मथुरा में सर्राफा कारोबारियों की हत्या से भी इस मुद्दे पर सरकार की किरकिरी हो चुकी है। जिसके बाद सरकार के इन कदमों को प्रशासनिक सर्जरी के तौर पर देखा जा रहा है।
तबादला किए गए अफसरों में से कई के विभाग बदल दिए गए हैं तो कई तो वर्तमान जिम्मेदारी के साथ ही नई जिम्मेदारियां भी दी गई हैं। अभी तक राजस्व परिषद में तैनात चंद्र प्रकाश को वर्तमान पद के साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। अब तक प्रतीक्षारत रहे शशि प्रकाश गोयल को नागरिक उड्डयन एवं राज्य सम्पत्ति तथा प्रोटोकॉल विभाग का प्रमुख सचिव पद दिया गया है।
UPTET उ.प्र. शिक्षक भर्तीः शिक्षामित्र, एकेडमिक और टेट मेरिट पर सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई पूरी, फैसला किया रिजर्व
19 मई 2017: सुप्रीम कोर्ट में सहायक अध्यापक पद पर हुई नियुक्तियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने 12वें, 15वें, 16वें संशोधन, अकैडमिक, मेरिट एवं 9B टेट वेटेज पर सुनवाई करके फैसला सुरक्षित रख लिया है। आज इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं को सुनकर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट बाद में इस पर फैसला सुनाएगी। जस्टिस आदर्श कुमार गोयल व जस्टिस यूयू ललित की पीठ ने कहा कि हम कोर्ट द्वारा नियुक्त शिक्षक भर्ती को नहीं छेड़ेंगे। इसका मतलब है कि 72826 शिक्षक भर्ती में नियुक्त हुए टीचरों को कोई परेशानी नहीं होगी।
NCTE की तरफ से कोर्ट में कहा गया है कि वेटेज देना राज्य सरकार का अधिकार है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामा देने को कहा है। NCTE ने अपने पक्ष में कहा कि उसे सिर्फ न्यूनतम योग्यताओं से मतलब है।
इससे पहले बुधवार को हुई सुनवाई में इस पर फैसला सुरक्षित रख दिया गया था। शिक्षामित्रों के साथ-साथ यूपी सरकार भी इस फैसले के इंतजार में है। टैट पास शिक्षामित्रों की ओर से पेश हुए अधिवक्ता संजय त्यागी ने कहा कि यूपीटेट पास शिक्षामित्रों को छूट दी जाए। उन्होंने कोर्ट में कहा कि ये लोग पूरी तरह से योग्य हैं और इन्होंने टेट परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। 72826 भर्ती में भी इनका सिलेक्शन हो गया था लेकिन सरकार ने पहले से ही इनका समायोजन कर लिया था इसलिए इनको सहायक अध्यापक के पद से नहीं हटाया जाना चाहिए। इस पर जज साहब ने कहा कि आप टैट है। हम इसको नोट कर लेते हैं। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 2015 शिक्षामित्रों की नियुक्तियों को अवैध ठहरा दिया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर में इस आदेश पर स्टे लगा दिया था।
क्या है मामला:
ये मामला पौने दो लाख शिक्षा मित्रों की सहायक शिक्षक बनाने का है। दरअसल, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इनकी नियुक्ति को असंवैधानिक करार देकर इसे निरस्त कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ ही शिक्षा मित्र और यूपी सरकार एससी पहुंचे।
UPTET फैसला सुरक्षित : तीन लाख से अधिक अध्यापको के भविष्य का मामला सर्वोच्च न्यायालय में हुआ कैद, जुलाई में कोर्ट खुलने पर आएगा फैसला, देखें आज की बहस का क्रम
सुनवाई समाप्त। फैसला रिजर्व हुआ। जुलाई में कोर्ट खुलने पर आएगा फैसला। खाली पदों के लिए न्यायपीठ से टेटपास समायोजन की मांग हुई। याची लाभ पर भी चर्चा आरंभ। NCTE ने रखा पक्ष, NCTE ने कहा केवल न्यूनतम योग्यताओं से मतलब। NCTE की तरफ से कहा गया कि वेटेज देना राज्य सरकार का अधिकार है, कोर्ट ने हलफनामा देने को कहा। न्यायपीठ का बड़ा बयान : 'हम सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त शिक्षकों को नही छेड़ेंगे'।केस और बहस आरंभ। टेट वेटेज पर बहस केंद्रित। 16 वें संशोधन पर भी शुरू हुई बहस। न्यायपीठ ने पूछे कई सवाल।
Thursday, 18 May 2017
1.72 लाख शिक्षा मित्रों के भविष्य के लिए सुप्रीम कोर्ट ने परंपरा को तोडा
नई दिल्ली : यह कोई सुप्रीम कोर्ट की समरकालीन पीठ नहीं थी, फिर भी सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के 1.72 लाख शिक्षकों के भविष्य को देखते हुए अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया अदालती समय सीमा लीक से हटकर शाम 4.10 बजे के बाद इस मामले की सुनवाई शुरू की जो 6 बजे तक चली. सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया।
उल्लेखनीय है कि शिक्षामित्रों की ओर से पेश सलमान खुर्शीद, अमित सिब्बल, नितेश गुप्ता, सहित अन्य वकीलों का कहना था कि शिक्षामित्र वर्षों से काम कर रहे हैं. वे अधर में हैं. इसलिए मानवीय आधार पर सहायक शिक्षक के तौर पर शिक्षामित्रों के समायोजन को जारी रखा जाए. इसीके साथ संविधान के अनुच्छेद-142 का इस्तेमाल कर शिक्षामित्रों को राहत प्रदान करने की मांग की गई।
बता दें कि जस्टिस आदर्श कुमार गोयल जस्टिस यूयू ललित की पीठ ने बुधवार को सुनवाई की.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो भी पक्षकार लिखित रूप से अपना पक्ष रखना चाहता है वह एक हफ्ते के भीतर रख सकते हैं.सभी पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद इस मामले में कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया.बता दें कि 12 सिंतबर 2015 को हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के करीब 1.70 लाख शिक्षामित्रों का सहायक शिक्षक के तौर पर समायोजन को निरस्त कर दिया था. इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।
Wednesday, 17 May 2017
UPTET SHIKSHAMITRA: शिक्षामित्र केस में आज की सुनवाई का विवरण बिन्दुवार
- शिक्षा मित्र मैटर पर आर्गुमेंट कंप्लीट। शिक्षा मित्र केस में WS दाखिल किया जा सकता है। अकेडमिक मैटर पर अगली सुनवाई 19 मई को 2 बजे से।
- शिक्षा मित्र मामले पर आदेश रिजर्व। 7 दिन बाद जजमेंट रिलीज होगा। परसो 19 मई को बाकी मामले की सुनवाई होगी।
- अगली तारीख शुक्रवार , सुनवाई दोपहर दो बजे से | एसएम केस लगभग समाप्त।
- जूनियर और 16th अमेंडमेंट मामला 19 मई को।
UPTET SHIKSHAMITRA: यूपी शिक्षामित्र मामलाः टेट पास शिक्षामित्रों ने जोरदार तरीके से रखा पक्ष, अगली डेट 19 मई
UPTET SHIKSHAMITRA: शिक्षामित्रों के केस में आज की सुप्रीमकोर्ट की सुनवाई का सार
Tuesday, 16 May 2017
Teachers: शिक्षक प्रशिक्षण की धनराशि में गोलमाल
UPTET News: प्रदेश की योगी सरकार का बड़ा फैसला, 1.92 शिक्षकों को मिलेगा मानदेय
प्रदेश के 17551 मान्यता प्राप्त वित्तविहीन स्कूलों के 1 लाख 92 हजार 123 शिक्षकों को सपा सरकार ने मानदेय देने का फैसला किया था, लेकिन योगी सरकार ने
UPTET News: बच्चों को खिला न सके लौटा दिए करोड़ों रुपये:मिड डे मील का 6.95 करोड़ रुपये शासन को किया गया सरेंडर
UPTET News: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के पद बढ़ने की जगी उम्मीद , एक माह में दूसरी बार शिक्षकों के पद निर्धारण का आदेश’
गोरखपुर: बीएसए ओम प्रकाश यादव हुए निलंबित: छह विद्यालयों में मनमाने ढंग से लिपिकों की नियुक्ति करने का आरोप
Friday, 12 May 2017
हरियाणा की ऑनलाइन शिक्षक ट्रांसफर पॉलिसी के मुरीद योगी, इसलिए पसंद आ रही शिक्षक तबादला नीति
12 मई 2017: चंडीगढ़ : तबादलों में भ्रष्टाचार का खेल खत्म करने के लिए हरियाणा की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी दूसरे राज्यों को भी रास आने लगी है। नित नई योजनाओं से दूसरे राज्यों को राह दिखा रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग में तबादला ‘व्यवसाय’ को खत्म करने के लिए मनोहर सरकार से सहयोग मांगा है। कर्नाटक सरकार पहले ही प्रदेश की नई तबादला नीति का अनुकरण कर रही है।
हरियाणा की शिक्षक तबादला नीति पर मंथन के बाद उप्र सरकार इसे पूरी तरह लागू करने की तैयारी में है। शुक्रवार को हरियाणा के शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास और माध्यमिक शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक वीरेंद्र सिंह सहरावत लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रेजेंटेशन देंगे। वहां के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव दीपेंद्र कुमार हरियाणा की नीति के तमाम पहलुओं की जानकारी हासिल करेंगे। हरियाणा ने पिछले साल ही शिक्षा विभाग में ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी शुरू की थी।
इसलिए पसंद आ रही शिक्षक तबादला नीति :
पिछले साल जुलाई से लागू नई शिक्षक तबादला नीति में पूरी तरह पारदर्शिता अपनाई गई है। इसके तहत पांच साल से एक ही स्कूल में जमे मुख्याध्यापकों व शिक्षकों को अनिवार्य और तीन साल से कार्यरत शिक्षकों को ऐच्छिक रूप से सुगम पोर्टल पर तबादलों के लिए स्कूलों के विकल्प देने होते हैं। समानता और अध्यापकों के मांग आधारित वितरण के आधार पर यह नीति तैयार की गई ताकि बच्चों के शैक्षणिक हितों को सुरक्षित किया जा सके। रिक्तियों का सकेंद्रण केवल कुछ ही विद्यालय में न हो, इसके लिए सभी रिक्तियों को आनुपातिक रूप में विभाजित किया जाता है। सभी जिलों के सरकारी विद्यालयों को सात क्षेत्रों में विभाजित कर शिक्षकों को इच्छित विद्यालय में स्थानांतरित किया जाएगा। इच्छित विद्यालय न मिलने पर ही उसे अन्य विद्यालयों में नियुक्ति किया जाता है।
महिला हेडमास्टर की जगह पुरुष कर रहा था ड्यूटी: स्कूल में शिक्षक मिले न छात्र फर्जी हेडमास्टर हिरासत में, मुकदमा दो हजार रुपये में पढ़ाता था शिक्षक
12 मई 2017: बस्ती : विधायक के निरीक्षण में कप्तानगंज के नेवादा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका इंद्रावती चौधरी की जगह दूसरा व्यक्ति ड्यूटी करता मिला। विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ल की मौजूदगी में पुलिस ने उसे पकड़ लिया। एसडीएम एवं खंड शिक्षाधिकारी ने फर्जी शिक्षक बृजभान निवासी कौड़ीकोल, कप्तानगंज का बयान लिया और फिर देर शाम कप्तानगंज थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। प्रधानाध्यापिका इंद्रावती कप्तानगंज के पूर्व ब्लाक प्रमुख राजमणि चौधरी की पत्नी हैं।गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ल नेवादा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुंचे तो यहां न बच्चे मिले और न शिक्षक।
विधायक के स्कूल में पहुंचने की खबर फैली थोड़ी ही देर में वहां पढ़ाने वाले बृजभान पहुंच गए। उसने बताया कि वह यहां तैनात प्रधानाध्यापिका इंद्रावती चौधरी की जगह दो हजार रुपये मासिक के एवज में यहां पढ़ाता है। इसे प्रधानाध्यापिका ने ही रखा था। वह उनके पड़ोस के गांव का रहने वाला है। फर्जी शिक्षक को विधायक ने मौके पर ही मौजूद पुलिस के हवाले कर दिया गया।विधायक ने मौके से डीएमको इसकी जानकारी दी। थोड़ी ही देर में एसडीएम र्हैया हरिश्चंद्र सिंह और बीईओ राम तिलक वर्मा भी पहुंच गए।
दोनों अधिकारियों ने स्कूल के अभिलेख कब्जे में ले लिए। पकड़े गए फर्जी शिक्षक के साथ ही रसोइया राजमती और दूसरे सहायक अध्यापक मिथलेश गुप्ता का बयान भी लिया गया। बीईओ की तहरीर पर पुलिस ने प्रधानाध्यापिका इंद्रावती चौधरी और फर्जी शिक्षक बृजभान के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया। विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ल ने कहा वह कौड़ीकोल विद्यालय देखने गए थे। यहीं पर बताया गया नेवादा स्कूल कभी खुलता ही नहीं है और कोई जांच करने भी नहीं जाता।
वह गए तो सबकुछ खुलकर सामने आ गया। स्कूल में महज सात बच्चे पंजीकृत मिले। दो अध्यापकों की तैनाती की गई है। मिड डे मील तो यहां कभी बना ही नहीं। डीएम अर¨वद कुमार सिंह ने बताया विधायक की सूचना पर एसडीएम और बीईओ को मौके पर भेजा गया था। जांच में जो भी दोषी पाए गए हैं उनके खिलाफ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं।
मानक से कम छात्रसंख्या वाले स्कूलों में समाप्त हो जाएंगे हेडमास्टर के पद
12 मई 2017: जिन सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या अनिवार्य शिक्षा अधिकार (आरटीई) के मानक के अनुसार वहां पर प्रधानाध्यापक के पद समाप्त किए जा सकते हैं। स्कूल चलो अभियान के बाद इसको कड़ाई से लागू करने पर विचार चल रहा है।
यह प्रावधान पहले से है लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा है। इस बार सरकार के सख्त रुख के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गये हैं। हाउस होल्ड सर्वे और स्कूल चलो अभियान पूरा होने के बाद स्कूलों में छात्र संख्या की समीक्षा होगी। आरटीई के मानक के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में 151 और जूनियर विद्यालयों में 100 से अधिक छात्रसंख्या होने पर ही प्रधानाध्यापकों की तैनाती होगी। शासन का रुख भांपते हुए शिक्षक और प्रधानाध्यापक छात्र संख्या बढ़ाने में जुट गए हैं।
कुछ दिन पहले बेसिक शिक्षा परिषद ने आरटीई के मानक के अनुसार छात्रों और शिक्षकों की संख्या सभी जिलों से मांगी है। सूत्रों का कहना है कि कई सरकारी स्कूलों के यूडाएस (यूनिफाइड डिस्ट्रक्टि एजुकेशन सिस्टम) के डाटा से इस बात के संकेत मिले हैं। अभी कई स्कूलों में छात्र संख्या मानक से कम है।