सहारनपुर : निर्धारित समय सीमा में टीईटी की नियुक्ति सूची तैयार करने में शिक्षा विभाग नाकाम साबित हुआ। नतीजतन सोमवार को अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्रों का वितरण नहीं हो सका। दूरदराज के जिलों से पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थियों व उनके परिजनों ने यूआरसी व बीएसए कार्यालय में हंगामा कर विभागीय अधिकारियों को जमकर कोसा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निर्देशों के मुताबिक काउंसलिंग में शामिल रहे टीईटी-2011 के अभ्यर्थियों को सोमवार से नियुक्ति -पत्र दिए जाने थे। बीएसए विनय कुमार द्वारा नुमाइश कैंप स्थित यूआरसी (नगर संसाधन केंद्र) से नियुक्ति-पत्र वितरित कराने का कार्यक्रम घोषित किया था।
सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों से अभ्यर्थी नियुक्ति-पत्र लेने के लिए यूआरसी पहुंचना आरंभ हो गए थे यहां न तो बीएसए मिले और न ही विभागीय कर्मचारी। कैंपस में चल रहे स्कूलों के शिक्षकों ने उन्हें बताया कि सुबह से यहां कोई अधिकारी नही पहुंचा है। दिल्ली से आई दीपमाला, लोनी के अनुराग, गाजियाबाद के अमरीश, मेरठ के राजेश बागपत के अनुज शर्मा, मुजफ्फरनगर के आजाद सिंह, नकुड़ के संजय कुमार का कहना था कि विभाग ने कार्यक्रम रद्द होने की बाबत कोई सूचना भी चस्पा नही की थी। परेशान अभ्यर्थी परिजनों के साथ बेरीबाग स्थित बीएसए कार्यालय पहुंचे यहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। यहां तक कि कार्यालय से भी उन्हें कोई जानकारी देने की व्यवस्था नहीं थी। परेशान अभ्यर्थियों ने कार्यालय पर हंगामा करते हुए विभागीय अधिकारियों को जमकर कोसा।
बाद में कई अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पटनी का रूख किया यहां नियुक्ति सूची तैयार करा रहे अधिकारियों से संपर्क करने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नही दे सके। आरोप था कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जो सूची तैयार की गई थी उसमें आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के पुराने प्रमाणपत्रों को अयोग्य ठहराते हुए उन्हें सूची से बाहर कर दिया गया था जबकि अन्य जिलों में इस आधार पर अभ्यर्थियों को अयोग्य नहीं माना गया। सूत्रों का कहना है कि तकनीकी परेशानी के चलते सूची तैयार नही हो सकी। अधिकारी-कर्मचारी इसी माथापच्ची में उलझे थे। इस बारे में जब डायट के प्रभारी प्राचार्य आरके तिवारी से बातचीत का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नही हो सका।
बीएसए विनय कुमार की निगरानी में ही सूची को अपडेट करने का काम डायट पर चल रहा था
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