Total Pageviews

Friday, 30 January 2015

बीएसए की मनमानी पर शासन गंभीर

प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती : पात्रता सूची में आने वाले सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के निर्देश
लखनऊ। प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में बेसिक शिक्षा अधिकारियों की मनमानी पर शासन ने गंभीर रुख अपनाया है। एससीईआरटी तथा बेसिक शिक्षा के निदेशक संयुक्त रूप से भर्ती की निगरानी करेंगे। शासन के निर्देशों के मुताबिक महिला, निशक्त और टॉप मेरिट वालों को तैनाती में वरीयता दी जाएगी। साथ ही जिले की पात्रता सूची में आने वाले सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किए जाएंगे जिससे बाद में वे आरोप न लगा सकें कि उन्हें मेरिट में आने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिला। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने गुरुवार को एससीईआरटी व बेसिक शिक्षा निदेशक के साथ बैठक में यह निर्देश दिए। शिकायत मिलने पर संबंधित बीएसए पर कार्रवाई होगी।

एससीईआरटी को मिली सूचना के मुताबिक अब तक करीब 32 हजार पात्रों को ही नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। पहले चरण के बचे हुए पात्र अभ्यर्थियों को यथाशीघ्र तथा दूसरे चरण में 5 फरवरी तक अनिवार्य रूप से नियुक्ति पत्र दिए जाने हैं। इस बीच कई जिलों से शिकायतें मिल रही हैं कि बीएसए मनमानी कर रहे हैं। वहीं दूसरे चरण में कुछ जिलों ने रिक्त पदों के आधार पर पात्रों को बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिकायतों को देखते हुए सचिव बेसिक शिक्षा ने दोनों निदेशकों की बैठक बुलाई थी। इन्हें निर्देश दिया गया है कि तय समय के अंदर सभी पात्रों को नियुक्ति पत्र जारी किया जाए।
ऐसा न हो कि जो पहुंचे, केवल उसे ही नियुक्ति पत्र दिया जाए। जिले की पात्रता सूची में जितने भी अभ्यर्थी आते हैं, उनके नियुक्ति पत्र तैयार किए जाएं और पहुंचते ही उन्हें दे दिए जाएं। एससीईआरटी व बेसिक शिक्षा निदेशक संयुक्त रूप से करेंगे निगरानी।

1 comment:

  1. Hello friends!
    Is any body know about shiddharth nagar cutoff?

    ReplyDelete

Please do not use abusive language to comment. It can hurt anybody or any authority. You can use moderated way to express your opinion/anger. Express your views intelligently, So that others can take it seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।