आज पुरुष वर्ग को मिलेंगे पत्र, नियुक्ति पत्र मिलते ही खिल उठे चेहरे
अमर उजाला, सीतापुर। प्रशिक्षु शिक्षकों के लिए शुक्रवार नई खुशियां लेकर आया। साढ़े तीन साल के लंबे इंतजार के बाद नियुक्ति पत्र मिलते ही कइयों की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। डायट परिसर में अभ्यर्थियों के साथ आए परिवार के लोगों ने भी इस लम्हें को मोबाइल में कैद किया। नौकरी पत्र हाथ में आते ही तमाम कठिनाइयां काफूर हो गईं।
प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण का शुक्रवार को पहला दिन था। पहले दिन 2500 महिला अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। डायट में नियुक्ति पत्र बांटने की गई है। इसके लिए 10 कांउटर बनाए गए हैं जबकि दो काउंटर अभ्यर्थियों की सहायता के लिए बनाए गए हैं। सुबह से ही डायट पर अभ्यर्थियों का आना शुरू हो गया।
आते ही सभी अपने-अपने प्रमाण पत्र जांचकर फाइल बनाने में लग गए। अपने कांउटर तलाश कर 10 बजे से ही अभ्यर्थी लाइन में खड़ी हो गई। 11 बजे काउंटर खुले। प्रमाण पत्र जांचने, जमा करने के बाद नियुक्ति पत्र वितरण शुरू कर दिया गया। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद बाहर निकलती प्रशिक्षु शिक्षकों को देख उनके परिवारीजना भी खुश थे। प्रभारी बीएसए वाईके मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को ढाई हजार महिला प्रशिक्षु शिक्षकों में से 1400 अभ्यर्थी पहुंचे।
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद एक सप्ताह का समय दिया गया है। शिक्षक अपने आवंटित स्कूल में जॉइन कर सकते हैं। 30 जनवरी के बाद उनकी जॉइनिंग निरस्त मानी जाएगी।
डायट पर दिनभर रही गहमागहमी, 30 तक हर हाल में करना होगा, मेडिकल सर्टिफिकेट के बिना जॉइनिंग नहीं
प्रशिक्षु शिक्षकाें को भले ही नियुक्ति पत्र दे दिया गया हो, लेकिन उनको स्कूल जॉइन करने के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ेगा। प्रभारी बीएसए ने बताया कि स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनवाना होगा। स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जिले के अलावा अन्य जनपदों से बनवा सकते हैं। सहूलियत को देखते हुए सीएमओ कार्यालय में 27 से 30 जनवरी के बीच एक शिविर लगाया जाएगा।
यहां शिक्षक अपनी जांच कराकर स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं। जॉइनिंग के लिए सर्टिफिकेट जरूरी है। ...आंखों में कामयाबी की चमक -
बीएसए दफ्तर में जमा मूल प्रमाण पत्र वापस न मिलने से कई अभ्यर्थी परेशान रहे। शुक्रवार को मूल प्रमाण पत्र लेने बीएसए ऑफिस पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि सभी लोग नियुक्ति पत्र वितरण में लगे हैं। वे डायट पहुंचे। वहां भी कोई सुनने वाला नहीं था। सहारनपुर से आई सादिया अजीज ने बताया कि जूनियर हाईस्कूल के लिए काउंसलिंग में उनके मूल प्रमाण पत्र यहां जमा कर लिए गए थे। अब उनका नाम लखीमपुर की सूची में आ गया है। नियुक्ति पत्र लेने के लिए मूल प्रमाण पत्र जरूरी है। जबकि बीएसए दफ्तर में जमा मूल प्रमाण पत्र के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रही हैं। लखनऊ से आई रेखा यादव भी इसी परेशानी से जूझ रही थीं। मूल प्रमाण पत्र पाने को भटकती रहीं महिला अभ्यर्थी।
बीआरसी जाने की जरूरत नहीं
जिन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिले है। वह अपने संबंधित ब्लाक मुख्यालय के बीआरसी जाने की जरूरत नहीं है। वह अपने आवंटित स्कूल में प्रधानाध्यापक की उपस्थिति में जॉइन कर सकते हैं।
छह माह का मिलेगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्र के बाद विद्यालय आंवटित कर दिए गए हंै। यह नियुक्ति औपबंधिक रूप में हुई है। छह माह का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
प्रशिक्षण तक 7300 रुपये मानदेय
छह माह तक शिक्षकों का प्रशिक्षण चलेगा। इस दौरान उनको सात हजार 300 रुपये मानदेय दिया जाएगा। प्रशिक्षण व मूल प्रमाणपत्रों के सत्यापन के बाद ही उनको पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा दिया जाएगा।
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