महराजगंज: प्रशिक्षु शिक्षकों के तौर पर चयनित अभ्यर्थियों ने नियुक्ति पत्र देने में लापरवाही बरतने पर डायट कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के विरोध में नारेबाजी की। भारी मात्रा में पहुंचे अभ्यर्थियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस व पीएसी बुलाई गई। अभ्यर्थियों के आक्रोश को देखते हुए आनन फानन में अव्यवस्था के बीच नियुक्ति पत्र बांटने की प्रक्रिया शुरू हुई, जो देर रात तक चली।
जिले में 2499 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। पहले दिन कुल 606 अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेख जमा किए थे। इन अभ्यर्थियों को 21 जनवरी को नियुक्ति पत्र वितरित करने के लिए समय निर्धारित किया गया था। लेकिन जब प्रशिक्षु शिक्षक नियुक्ति पत्र लेने जिला प्रशिक्षण संस्थान कार्यालय पहुंचे, तो वहां उन्हें काफी इंतजार करना पड़ा। अव्यवस्था पूरी तरह से हावी रहा। नियुक्ति पत्र कब मिलेगी, इसकी सटीक जानकारी देने वाला कोई नहीं था। न लाइन लगी थी और न ही खिड़की पर कोई जिम्मेदारी अधिकारी बैठा था। चैनल गेट पर अभ्यर्थियों का हुजूम उमड़ रहा। परिसर अभ्यर्थियों के आने का क्रम जारी रहा। लेकिन नियुक्ति पत्र नहीं मिलने से उनका सब्र जवाब दे गया और आक्रोशित हो उठे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के विरोध में मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। गुस्साए अभ्यर्थी जिलाधिकारी को डायट कार्यालय पर बुलाने पर आमादा थे। लेकिन मौके पर मय फोर्स पहुंचे चौकी इंचार्ज ऋषिकेश मणि त्रिपाठी ने स्थिति को नियंत्रित किया। अव्यवस्था का आलम यह रहा कि एक कर्मचारी अभ्यर्थी को आवाज देता और उसे बुलाकर फिर नियुक्ति पत्र देता। ऐसे में कई अभ्यर्थी नाम सुनने से छूट भी जा रहे थे। इस दुर्व्यवस्था को लेकर अभ्यर्थियों ने फिर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। तो चौकी इंचार्ज ने कर्मचारियों को जमकर फटकारा और माइक की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
इसके बाद महिला व पुरुष अभ्यर्थियों की अलग काउंटर खुले और डेढ़ घंटे बाद पुरुष काउंटर पर माइक की व्यवस्था की गई। दिन भर रुक रुक कर प्रशिक्षु शिक्षकों का आक्रोश फूट रहा था। और व्यवस्था को कोसते नजर आ रहे थे। सायं होते ही अभी सवा सौ प्रशिक्षु शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं बंट पाए थे, तो उसी समय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमाकांत ने दूसरे दिन नियुक्ति पत्र बांटने की बात कह कार्य रोक दिया। तभी अभ्यर्थी फिर नारेबाजी करते हुए चैनल गेट पर प्रहार करना शुरू कर दिए। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद नियुक्ति पत्र बंटने की प्रक्रिया फिर देर रात तक चली।
बेसिक शिक्षा विभाग ने नवंबर 2011 में प्राइमरी स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन लिया था। यह भर्ती प्रक्रिया इतनी लंबी खिची के इंतजार की हद हो गई। लेकिन आज जब अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिला तो चेहरे खिल उठे।
गोरखपुर की ज्योति जायसवाल ने कहा कि उन्हें फरेंदा में तैनाती मिली है। काफी खुशी हो रही है। लंबे इंतजार के बाद मिली इस खुशी को शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता।
महराजगंज की रौनक सिंह ने कहा कि शिक्षिका बन स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने की बड़ी ही तमन्ना थी, जो आज पूरी हुई। अब इस उद्देश्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य किया जाएगा।
गोरखपुर जनपद की ही डा. मांडवी पाल ने कहा कि सुबह से आई हूं। लेकिन यहां इतनी अव्यवस्था थी, कि काफी परेशानी झेलनी पड़ी। पूनम चौरसिया, प्रियंका सिंह व खुशबू सिंह ने कहा कि नौकरी के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। लेकिन अभी भी न्याय जिंदा है। नियुक्ति पत्र मिलने से परिवार में भी काफी खुशी है। परिजन लगातार फोन पर इसकी जानकारी प्राप्त कर रहे थे।
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