अमर उजाला, अंबेडकरनगर। बीपीएड संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों व सदस्यों ने रविवार को कलेक्ट्रेट के निकट प्रदर्शन कर हक की आवाज बुलंद की। कहा गया कि प्रदेश सरकार अब अपने वादों से मुकर रही है। दिसंबर में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने एक माह के अंदर 46 हजार शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यदि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का निस्तारण न हुआ तो 10 फरवरी को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष बनवारीलाल गुप्त ने कहा कि प्रदेश में सरकार के गठन से लेकर अब तक बीपीएड डिग्रीधारियों की लगातार उपेक्षा ही की जा रही है। परिषदीय विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक के तौर पर तैनाती किए जाने को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है लेकिन महज आश्वासन ही मिल रहा है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष बनवारीलाल गुप्त ने कहा कि प्रदेश में सरकार के गठन से लेकर अब तक बीपीएड डिग्रीधारियों की लगातार उपेक्षा ही की जा रही है। परिषदीय विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक के तौर पर तैनाती किए जाने को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है लेकिन महज आश्वासन ही मिल रहा है।
दिसंबर में लखनऊ में धरना-प्रदर्शन के दौरान बेसिक शिक्षा सचिव हीरालाल गुप्ता व प्रमुख सचिव आलोक रंजन ने आश्वासन दिया था कि एक माह के अंदर शारीरिक शिक्षक के पद पर 46 हजार शिक्षकों की तैनाती को लेकर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी। एक माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। अब अपनी उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, निर्णायक संघर्ष छेड़ा जाएगा।
वक्ताओं ने प्रदेश सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र ही भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई तो 10 फरवरी को लखनऊ स्थित लक्ष्मण मेला मैदान पर विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान गिरीश वर्मा, अमित वर्मा, विक्रमाजीत, हरिश्चंद्र यादव, रामवृक्ष, विकास, दिनेश व रवींद्रनाथ आदि मौजूद रहे। भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ न होने से क्षुब्ध होकर किया प्रदर्शन।
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