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Wednesday, 4 February 2015

गलती सॉफ्टवेयर की, परेशान अभ्यर्थी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चल रही 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थी परेशान हैं। कारण यह कि ज्वाइनिंग देने वाले अभ्यर्थी का नाम केवल उसी जिले से कट रहा है, जहां वह कार्यभार ग्रहण कर रहा है। काउंसलिंग करवाने वाले बाकी जिलों में उसका नाम अब भी बरकरार है। एक अभ्यर्थी ने 4-5 जिलों में काउंसलिंग करवाई है।

अब अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि सरकार एक बार और नियुक्ति पत्र बांटेगी। अधिकारियों के मुताबिक नियुक्ति के लिए बनाया गया सॉफ्टवेयर ऐसा नहीं है कि कार्यभार ग्रहण करने वाले अभ्यर्थी का टीईटी रोल नंबर डालते ही उसका नाम उन सारे जिलों से हट जाए, जहां-जहां उसने काउंसलिंग करवाई है। ऐसे में जब एनआईसी सारे जिलों से आने वाले ब्यौरों को एक साथ डालेगा तो प्रशिक्षु शिक्षक बन चुके अभ्यर्थियों का नाम सभी जिलों से हटेगा। इसके बाद ही रिक्तियों की सही संख्या पता चल सकेगी। 11 जनवरी को बेसिक शिक्षा सचिव सारे जिलों का डाटा मंगाकर नियुक्ति प्रकिया की समीक्षा करेंगे। इसी के बाद पता चलेगा कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद कितनी रिक्तियां बाकी रह गई हैं?
लखीमपुर में कल से बंटेंगे नियुक्ति पत्र-लखीमपुर ने दूसरी चयन सूची का कट ऑफ जारी कर दिया है। यहां नियुक्ति पत्र 5 फरवरी से बांटे जाएंगे। वहीं, सीतापुर ने अब भी दूसरी चयन सूची जारी नहीं की है। उम्मीद है कि कल तक सीतापुर में भी चयन सूची जारी कर दी जाएगी। 5 फरवरी तक दूसरी चयन सूची के मुताबिक नियुक्ति पत्र बांटे जाने हैं।

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