इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अब भविष्य में होने वाली शिक्षक भर्ती में सामाजिक विज्ञान के प्रश्नपत्र में चार खंड इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र एवं अर्थशास्त्र को मिलाकर एक प्रश्नपत्र बनाने की तैयारी कर रहा है। वर्तमान में चारों विषयों के प्रश्नपत्र अलग-अलग होते हैं।
चयन बोर्ड की ओर से होने वाली टीजीटी परीक्षा में एक विषय के सवाल कठिन तो दूसरे के सरल होने के आरोप को देखते हुए इस बारे में विचार किया जा रहा है कि अब आगे होने वाली शिक्षक भर्ती के विज्ञापन में इस बात की सूचना दी जाएगी। टीजीटी अभ्यर्थियों को अब चारों विषयों के सवाल एक प्रश्नपत्र में हल करने होंगे।
टीजीटी सामाजिक विज्ञान 2013 की परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि सामाजिक विज्ञान में इतिहास के सवाल कठिन पूछे गए जबकि अन्य विषयों भूगोल, नागरिक शास्त्र एवं अर्थशास्त्र के प्रश्न आसान थे। इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. परशुराम पाल ने बदलाव की बात ‘अमर उजाला’ से साझा की। उन्होंने कहा कि आगे जब भी शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा, टीजीटी सामाजिक विज्ञान परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने चयन बोर्ड सचिव जितेंद्र कुमार के साथ जब इस समस्या पर विचार किया तो सचिव ने सुझाव दिया कि टीजीटी से चुने जाने वाले अभ्यर्थी जिस विद्यालय में नौकरी पाएंगे, वहां उन्हें दो विषय नहीं बल्कि चारों विषय पढ़ाने होंगे। ऐसे में परीक्षा के दौरान उन्हें चारों विषय के सवाल हल करने चाहिए। अध्यक्ष डॉ. परशुराम पाल ने बताया कि इस बात को अब चयन बोर्ड की आगामी बैठक में रखकर मंजूरी ली जाएगी।
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